चलो आज प्यार की बात करते हैं-
अपने-अपनों की बात करते है!
इस रिश्ते की उस रिश्ते से,
उस रिश्ते की इस रिश्ते से-
दिलों की अनकही राज़ लिखते है-
चलो आज प्यार की बात करते है!!
प्यार-
एक दूसरे की भावनाओं की क़द्र की बातें-
एक दूसरे को समझने की बातें,
एक दूसरे को अपनाने की बातें-
फिर-
क्यूँ होते जा रहें है हम बागी यहाँ दिन-ब-दिन,
चलो आज प्यार का नया आगाज़ लिखते है!
चलो आज प्यार की बात करते है!!
नफ़रत-
प्यार की बात करने वाले,
आज़ नफ़रत को सीने से लगाये बैठे है-
जब भी होती प्यार की बातें-
राहों में काटें बिछायें बैठे है,
नफ़रत को जड़ से हटाने के लिये,
चलो आजसे सब को प्यार की पाठ पढ़ाते है!
चलो आज प्यार की बात करते है!!
रिश्ता-
हम रिश्तों की बात करते है-
तो क्यूँ हम प्यार में किश्तों की बात करते है?
ये अटूट बंधन है-
अतुलनीय-असीम-अच्छे-
चैन है, अमन है-
कभी दर्द है तो मरहम भी है-
कभी ख़ुशी है तो कभी आँखे नम भी है-
चलो आज रिश्तों को बचाने के लिए-प्रियम,
अक्स-ए-पयाम लिखते है-
चलो आज प्यार की बात करते है!!