Autho Publication
YoeqH7om45xOAj9YYYI7_JFJipYNGOX6.jpg
Author's Image

Pre-order Price

.00

Includes

Author's ImagePaperback Copy

Author's ImageShipping

BUY

Chapter 3 :

# ग़ज़ल

कितना कॉपी पेस्ट करोगे हुक्मरानों को 

अब तो आदमी को आदमी हो जाने दो 
 
नयी तकनीक से बहुत लोग झंझट में है 
कभी ज़िक्र पुरानी बातों का आ जाने दो 

शहर के रिवाजों में तिकड़म जरुरी है 
सादगी में रहना हो तो गाँव आ जाने दो 

बेवक्त बारिश में भीगने से डरो मत 
अब इश्क़ का मौसम है, आ जाने दो 

 ................ 
................