मेरी परछाई है
लोग कहते हैं मेरी परछाई है तू,
कभी ख्वाब और कभी सच्चाई है तू ,
एक एहसास है मेरा जिंदगी का मेरी सच्चाई है
तो लोग कहते हैं मेरी परछाई है तू
रिश्ता है तेरा मेरा कैसा अजीब ,
दूर है दोनों फिर भी है करीब ,
लोग कहते हैं मेरी परछाई है तू,
जिंदगी में मेरी तू आया जब,
सपने सजाए थे,
तेरी सूरत देखकर आंसू मेरी आए थे,
खुशी इतनी थी कि बताना पाई थी,
लोग कहते हैं मेरी परछाई है तू,
जब पहली बार तूने मां कहकर बुलाया था,
मेरे दिल में खुशियां से भर आई थी
लोग कहते हैं मेरी परछाई है तू
जब पहली बार गया तू करने पढ़ाई,
तेरी मां खुशी सेना फूलो ना समाए,
लोग कहते हैं मेरी परछाई है तू ,
दूर हूं तुझसे फिर भी तेरे करीब हूं,
कैसे कहूँ दिल की बात यही है,
मेरी सच्चाई लोग कहते हैं, मेरी परछाई है तू