एहसास।। पूछ लिया किसीने मुझसे।। यह एहसास है क्या? जिसकी तुम अक्सर बातें करते हो। मासूम सा सवाल था उसका। और कैसे समझाऊ उशे।। यह समझ न पाया था। बस सोचा कभी बताऊंगा वक़्त के साथ।। आज कुछ सोचा लिखू । उशी एहसास के लिए। उशी के लिए।। उशी मासूम सवाल के लिए। मेरा यह जवाब।। एहसास सुना सबने है। पर है क्या चलो बात करते है। युही चेहरे पे मुस्कान आ जाये। सोच के जो किसी पल को। वो मुस्कान है एहसास।। जो तुम्हारे दिल की आवाज़ है।। वो आवाज है एहसास।। जो तुम्हारी आँखों मैं ख़ुशी है।। वो ख़ुशी है एहसास।। एहसास वो सवाल है। जो तुम्हारे चेहरे पे खिलता है। दिल को छूता है। और आँखों मैं झलकता है।।