दिल नहीं भरता उसे दिनभर पुकारने से जब घर लौट आऊ तो उसे निहारने से इस भागदौड़ की दुनिया में सिर्फ एक उसकी गोदी ही तो है जहां सब थम जाता है मानो बरसों के थके हारे को एक आसरा मिल जाता है ऊपर वाले ने वह बनाई तो एक है मेरे लिए पर उसकी ममता में जन्नतें हजार दे दी कि मेरी खुशी में मुझसे ज्यादा खुश और मेरे दुख में मुझे संभालने को एक मां दे दी।।