कितना विचित्र हूँ न मैं, खुद से ही सवाल किया और खुद ही जवाब दे रहा हूँ। इस पुस्तक में मैं अपने उन सभी सवालों के जवाब दे रहा हूँ जो मैंने खुद से पूछे और स्वयं को ही जवाब दिया, मेरे इस सवाल जवाब के खेल में शायद कईओं को बुरा लगे पर मैंने अपनी ओर से पूर्ण रूप से सही और सक्षम उत्तर देने की कोशिश की हैं। इस पुस्तक के माध्यम से मैं उन सभी प्रश्नों का उत्तर दे रहा हूँ जो भारत मे रोज़ होते है। आशा है आप सभी पाठक-गण मेरे इन सभी विचारों से संतुष्ट होंगे। और यदि कोई गलती हो जाये तो मुझे माफ़ कर देना। रिशु सिंह