तलाश है ये उस नए कल की, उन सभी बाधाओं को पार कर आपको जो अंधियारी की ओर ले जाते है। उस नए कल के लिए जो सभी जख्मों को ठीक तो नहीं, मगर दर्द कम होगा। उन सभी समानताओं से अ-समानताओं की ओर...!!
Rishu Kumar