चाँद पर बेचूँगा मैं आम 3 years ago

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बरसों पहले लिखे गये बालोपयोगी बारह कविता संग्रहों में से यह पहला संग्रह है जिसे पुस्तक रूप में प्रकाशित किया गया है. कविताओं का त्रुटि रहित टंकन और उनका सचित्र प्रस्तुतीकरण मेरे शायर पुत्र चन्द्र शैखर ने बड़ी निष्ठा और कुशल ता के साथ किया है. घरेलू विषयों से उपजीं सभी कविताएँ गेय हैं.

Chandrashekhar Bohra

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